भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल युग में, फिनटेक (फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी) एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है जहाँ तकनीक और वित्तीय सेवाओं का संगम आम जनमानस के जीवन को सरल, तेज और सुरक्षित बना रहा है। इसी फिनटेक क्रांति के केंद्र में है – DBNPE (DBN Payment Solution)। DBNPE ने केवल एक साल के भीतर जो गति, विस्तार और प्रभाव दिखाया है, वह न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि फिनटेक की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी है।
DBNPE की शुरुआत – एक मिशन, एक उद्देश्य
DBNPE की नींव एक सरल लेकिन सशक्त विचार पर रखी गई थी – “हर नागरिक को, चाहे वह शहर में हो या गांव में, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तक समान और सरल पहुंच मिलनी चाहिए।” भारत जैसे देश में जहाँ करोड़ों लोग अब भी बैंकिंग सुविधाओं से वंचित हैं या उन्हें प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करते हैं, DBNPE ने इस समस्या का व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किया।
श्री लोकेश खरे
DBNPE के संस्थापक और CEO, श्री लोकेश खरे, जिन्होंने अपने अनुभव, दूरदृष्टि और जमीनी समझ से DBNPE को न केवल लॉन्च किया, बल्कि इसे भारत का सबसे तेज़ी से बढ़ता फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म भी बना दिया। उन्होंने इस बात को समझा कि ग्रामीण भारत में बैंकिंग सेवाओं की कमी, लोगों की अनभिज्ञता, और प्रक्रिया की जटिलता एक बहुत बड़ी समस्या है। इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने एक ऐसा मॉडल खड़ा किया जो डिजिटल तो है, लेकिन ज़मीनी हकीकत से भी जुड़ा हुआ है।
50+ बैंक और NBFC के साथ साझेदारी
DBNPE ने शुरुआत से ही बैंक और वित्तीय संस्थाओं के साथ मजबूत साझेदारी पर ज़ोर दिया। आज DBNPE 50 से अधिक बैंकों और NBFC के साथ LSP (लोन सर्विसिंग पार्टनर) के रूप में काम कर रहा है। यह साझेदारी DBNPE को इस योग्य बनाती है कि वह एक ही प्लेटफॉर्म से अनेक वित्तीय सेवाएं लोगों तक पहुँचा सके, वो भी उस बैंक के नाम से जिसकी ग्राहक को जरूरत हो।
36+ वित्तीय संस्थाएँ, एक विशाल नेटवर्क
सिर्फ बैंक ही नहीं, DBNPE ने 36 से अधिक अन्य वित्तीय संस्थाओं को भी अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है – जिनमें इंश्योरेंस कंपनियाँ, माइक्रोफाइनेंस संस्थान, पेमेंट गेटवे, क्रेडिट स्कोरिंग एजेंसियाँ आदि शामिल हैं। इसका परिणाम यह है कि DBNPE पर आपको सिर्फ बैंकिंग नहीं, बल्कि एक समग्र वित्तीय समाधान प्राप्त होता है।
एक नया अनुभव: DBNPE मर्चेंट स्टोर
DBNPE का सबसे बड़ा इनोवेशन है उसका मर्चेंट स्टोर मॉडल। इन स्टोर्स को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि वे एक मिनी बैंक की तरह कार्य करें। कोई भी ग्रामीण ग्राहक DBNPE स्टोर पर जाकर:
- बैंक खाता खोल सकता है
- लोन अप्लाई कर सकता है
- AEPS (Aadhaar Enabled Payment System) के ज़रिए पैसा निकाल सकता है
- बिल पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच जैसे काम कर सकता है
- इंश्योरेंस खरीद सकता है
और यह सब कुछ होता है – आसान भाषा में, सरल प्रक्रिया से, और स्थानीय मर्चेंट के माध्यम से जो किसी बैंक अधिकारी की तरह नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद साथी की तरह बात करता है।
“एक प्लेटफ़ॉर्म, सभी बैंक” – DBNPE की मूल भावना
DBNPE की सबसे खास बात है कि ग्राहक को किसी एक बैंक तक सीमित नहीं रहना पड़ता। ग्राहक अपनी पसंद का बैंक चुन सकता है और उस बैंक की सेवाओं का लाभ उसी स्टोर से उठा सकता है।
नेटवर्क का विस्तार
DBNPE का नेटवर्क तेज़ी से देश भर में फैल रहा है:
- डिस्ट्रिब्यूटर नेटवर्क: 2,548+
- मर्चेंट नेटवर्क (पैन इंडिया): 1,52,684+
- मासिक लोन वितरण: ₹2 करोड़ से अधिक
- राजस्व मॉडल: पहले वर्ष में ही लाभ में पहुँच चुका है
जबकि देश के कई बड़े फिनटेक स्टार्टअप आज भी घाटे में चल रहे हैं, DBNPE का लाभ में होना इसकी व्यावसायिक कुशलता और स्थायित्व का प्रमाण है।
सामाजिक प्रभाव
DBNPE सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, एक सामाजिक मिशन भी है। इसने लाखों लोगों को:
- पहली बार बैंकिंग सेवाओं से जोड़ा
- डिजिटल रूप से सक्षम बनाया
- मर्चेंट्स और डिस्ट्रिब्यूटर्स को रोज़गार दिया
- महिलाओं और युवाओं को स्वरोज़गार के अवसर दिए
भविष्य की दिशा
श्री लोकेश खरे की योजना है कि आने वाले दो वर्षों में DBNPE:
- 1 लाख से अधिक एक्टिव मर्चेंट्स को कवर करे
- ₹100 करोड़ से अधिक का मासिक लेनदेन सुनिश्चित करे
- भारत के हर ज़िले में DBNPE स्टोर खोले
- एजुकेशन, हेल्थ और इंश्योरेंस जैसी सेवाओं को और भी मजबूत बनाए
DBNPE का मंत्र:
“अब बैंकों के पास मत जाओ, जब सभी बैंक एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं – DBNPE।“
DBNPE आज भारत की वित्तीय समावेशन क्रांति का एक अभिन्न हिस्सा है – एक ऐसा मंच जो तकनीक, सेवा और विश्वास को एक साथ जोड़कर भारत के हर नागरिक तक बैंकिंग ला रहा है।